The best Side of sidh kunjika
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श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
न सूक्तं नापि ध्यानं च, न न्यासो न च वार्चनम्।।
कुञ्जिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
Salutations to the one who's angry, salutations to the killer of Madhu, Salutations here to one who was victorious over Kaitabha, salutations into the killer of Mahisha
This Mantra retains great importance On the subject of attaining a blissful psychological point out and spiritual expansion.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि